काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम Cajuputum-Oleum Wittnebianum

 काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम Cajuputum-Oleum Wittnebianum

परिचय-

जिस प्रकार लौंग का तेल शरीर के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होता है, काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम औषधि भी उसी तरह से शरीर को लाभ पहुंचाती है। ये औषधि पेट के फूलने और जीभ के रोगों को ठीक करने में बहुत ही असरदार साबित होती है। विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम औषधि का उपयोग-

सिर से सम्बंधित लक्षण- रोगी को अचानक ऐसा महसूस होना जैसे कि उसका सिर बहुत ज्यादा बड़ा हो गया हो और उसको सिर को सम्भालना मुश्किल हो रहा हो जैसे लक्षणों के आधार पर रोगी को काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम औषधि का सेवन कराने से लाभ होता है।

आमाशय से सम्बंधित लक्षण- आमाशय के रोग के लक्षणों में रोगी के आमाशय में थोड़ी सी भी उत्तेजना होते ही उसे हिचकी आना शुरू हो जाती है, इस तरह के लक्षण में अगर रोगी को काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम औषधि दी जाए तो ये उसके लिए बहुत लाभकारी होती है।

मुंह से सम्बंधित लक्षण- किसी भी सख्त चीज को खाकर निगलते समय रोगी को ऐसा महसूस होना जैसे कि उसकी गले की नली सिकुड़ गई हो, भोजन खाने की नली में घुटन सी होना, जीभ का फूलकर ऐसा हो जाना जैसे कि उसने पूरे मुंह को घेर लिया हो आदि लक्षणों के आधार पर रोगी को काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम औषधि का सेवन कराने से लाभ मिलता है।

पेट से सम्बंधित लक्षण- पेट फूलने के कारण पेट में दर्द होना, आंतों का स्नायविक अफारा, पेशाब करने पर पेशाब में से बहुत तेज बदबू का आना, हैजा रोग की गम्भीर स्थिति आदि लक्षणों में रोगी को काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम औषधि देने से लाभ होता है।

तुलना-

काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम औषधि की तुलना बोविस्टा, नक्समास्के, असाफी, इग्ने, बैप्टी से की जा सकती है।

मात्रा-

काजूपुटम-ओलियम विट्टनेबियेनम औषधि की 1x से 3x तक रोगी को उसके रोग के लक्षणों के आधार पर देने से उसके रोग में आराम आता है।


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