काली आर्सेनिकम Kali Arsenicum

 काली आर्सेनिकम Kali Arsenicum

परिचय-

काली आर्सेनिकम औषधि हर तरह के त्वचा के रोगों के लिए बहुत ही असरकारक औषधि मानी जाती है। विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर काली आर्सेनिकम औषधि का उपयोग-

चर्म (त्वचा) से सम्बंधित लक्षण- रोगी की त्वचा बिल्कुल सूख जाना और उसके ऊपर झुर्रियां सी पड़ जाना, रोगी को बहुत तेज होने वाली खुजली जो रोगी के कपड़े उतारते समय बहुत ज्यादा होती है, स्त्रियों को होने वाले मुहांसें और फुंसियां जो मासिकस्राव के दौरान और बढ़ जाती है, पुरानी छाजन, खुजली, रोगी के शरीर पर लाल-लाल सी फुंसियों का निकल आना, रोगी के बांहों और घुटनों के अन्दर के जोड़ों पर दरारें सी पड़ना, त्वचा का कैंसर जिसमें लक्षण पूरी तरह से सामने आए बिना ही अचानक गम्भीर अवस्था में आ जाता है, रोगी की त्वचा के नीचे बहुत सारी मात्रा में छोटी-छोटी सी गांठे निकल आती हैं। इस तरह के लक्षणों में अगर रोगी को काली आर्सेनिकम औषधि दी जाए तो रोगी कुछ ही समय में स्वस्थ हो जाता है।

स्त्री रोगों से सम्बंधित लक्षण- रोगी स्त्री के गर्भाशय के मुंह पर गोभी के फूल के जैसे फोड़े-फुंसियों के निकलने के साथ बहुत तेजी से होने वाला दर्द, बदबू के साथ आने वाला स्राव तथा उघनास्थियों के नीचे दबाव सा महसूस होना जैसे लक्षणों में रोगी को काली आर्सेनिकम औषधि देने से आराम मिलता है।

मात्रा-

रोगी को काली आर्सेनिकम औषधि की 3x से 30 शक्ति तक देने से लाभ मिलता है।


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