बोरेक्स वेनेटा - BOREKS VANETA

 बोरेक्स वेनेटा BOREKS VANETA 

परिचय-

बोरेक्स वेनेटा औषधि अनेक प्रकार के रोगों को ठीक करने में लाभकारी माना गई है। इस औषधि के सेवन से इसका स्नायुमण्डल पर विशेष प्रभाव पड़ता है। जिस रोगी को डर अधिक लगता है तथा शोरगुल, खांसी, आवाज आदि सुनने पर परेशान हो उठता है उसके लिए बोरेक्स वेनेटा औषधि का प्रयोग किया जाता है। यह औषधि विशेष रूप से डर को समाप्त करती है। बोरेक्स वेनेटा औषधि विभिन्न प्रकार के रोगों में उत्पन्न लक्षणों को दूर कर रोगी को ठीक करने में उपयोग :-

1. मन से संबन्धित लक्षण :

यदि किसी रोग के कारण रोगी का मानसिक सन्तुलन खराब हो गया है तथा रोगी के मन में उस रोग के कारण डर बैठ गया है। रोगी अधिकतर नीचे की ओर गति का अहसास करते ही डरने लगता है। बच्चों में डर का रोग पैदा होने पर बच्चे कभी-कभी सोते-सोते अचानक चिल्लाकर उठ जाता है। बच्चे में अधिक घबराहट उत्पन्न होने लगती है तथा किसी भी प्रकार की आवाज सुनने से बच्चे गहरी नींद में ही डर जाता है। इस तरह के डर उत्पन्न होने पर बोरेक्स वेनेटा औषधि का प्रयोग करने से डर समाप्त होता है तथा रोगी में सहनशीलता बढ़ती है।

2. मुंह से संबन्धित लक्षण :

बच्चे के मुंख के अन्दर सफेद रंग के छोटे-छोटे छाले पड़ जाते हैं। उसका मुंह अधिक गर्म रहता है तथा दस्त हरे रंग का होता है। इस तरह के बच्चो में उत्पन्न लक्षणों को दूर करने के लिए बच्चे को बोरेक्स वेनेटा औषधि देना चाहिए।

3. खांसी से संबन्धित लक्षण :

बोरेक्स वेनेटा औषधि का प्रयोग खांसी के लक्षणों में किया जाता है। यदि किसी रोगी को खांसने पर खांसी के साथ दाएं छाती में दर्द रहता है तथा खांसी में बदबू आती है तथा खांसी के साथ हरे रंग का बलगम निकलता है तो ऐसे लक्षणों वाले खांसी के रोग में इस औषधि का प्रयोग करना चाहिए।

4. कान से संबन्धित लक्षण :

कान के बहने पर बोरेक्स वेनेटा औषधि का प्रयोग करने से कान का बहना बंद होता है।

5. आंखों से संबन्धित लक्षण :

यदि सुबह सोकर उठने पर आंखों से लेसदार स्राव होता है तथा आंखों की पुतलियां आपस में चिपक जाती है तो ऐसे लक्षणों में रोगी को ठीक करने के लिए बोरेक्स वेनेटा औषधि का प्रयोग लाभकारी होता है।

6. मल-मूत्र से संबन्धित लक्षण :

नाक के अन्दर सफेद पपड़ी जमना तथा बार-बार पपड़ी हटाने के बाद फिर पपड़ी जमते रहने तथा मल का रंग हरा होना आदि मल रोग में बोरेक्स वेनेटा औषधि का प्रयोग लाभकारी होता है।

पेशाब में जलन होना जिससे पेशाब करते समय बच्चा चिल्लाता है। पेशाब में बालू जैसा कण दिखाई देना आदि मूत्र रोगों में बच्चे को बोरेक्स वेनेटा औषधि का सेवन करना चाहिए। इससे मूत्र रोग दूर होकर पेशाब साफ होता है।

7. सांस से संबन्धित लक्षण :

बोरेक्स वेनेटा औषधि के प्रयोग से सांस से संबन्धित रोग ठीक होते हैं। सांस नली की श्लैष्मिक झिल्ली को भी प्रभावित कर अन्दर के हरे रंग के बलगम को बाहर निकालता है। रोगी के छाती के दाहिने ओर प्लूराइटिस रोग के लक्षणों उत्पन्न होने पर बोरेक्स वेनेटा औषधि का प्रयोग अत्यन्त लाभकारी होता है।

8. स्त्री रोग से संबन्धित लक्षण :

श्वेतप्रदर रोग में बोरेक्स वेनेटा औषधि का प्रयोग करने से लाभ होता है। हल्की चोट लगने पर घाव बनने की स्थिति बनने पर बोरेक्स वेनेटा औषधि का सेवन करने से लाभ मिलता है।


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