परिचय-
स्नायु प्रणाली तथा मूत्र से सम्बन्धित अंगों पर ऐस्क्लेपियस सिरियाका औषधि का विशेष प्रभाव पड़ता है, यकृत, वृक्क या हृदय तथा खून से संबन्धित रोगों को ठीक करने के लिए इस औषधि का उपयोग किया जाता है।
यह शरीर में पसीने की मात्रा को बढ़ा देती है तथा पेशाब की मात्रा को भी बढ़ा देती है जिसके फलस्वरूप शरीर की आन्तरिक गन्दगी पेशाब और पसीना के द्वारा बाहर निकल जाती है।
जोड़ों में दर्द तथा जलन होने पर ऐस्क्लेपियस सिरियाका औषधि का उपयोग करना चाहिए।
रुक-रुककर होने वाली नीचे की ओर दबाव मारती हुई जरायु (बच्चे दानी) में दर्द को भी ऐस्क्लेपियस सिरियाका औषधि ठीक कर सकता है।
ऐस्क्लेपियस सिरियाका औषधि निम्नलिखित लक्षणों के रोगियों के रोग को ठीक करने में उपयोगी हैं-
सिर से सम्बन्धित लक्षण :-
* रोगी के सिर में दर्द होता है और यह दर्द रोगी को ऐसा महसूस होता है कि जैसे किसी तेज औजार को एक कनपटी से दूसरी कनपटी तक माथे के अन्दर घुसा कर आर-पार किया जा रहा हो।
* माथे के आर-पार तेज सिकुड़न होने के साथ दर्द होता है और रोगी को पसीना बिल्कुल भी नहीं आता है तथा रोगी को पेशाब भी नहीं होता है, सिर में दर्द शरीर के अन्दर किसी अनावश्यक पदार्थ के रुक जाने के कारण होता है।
इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए ऐस्क्लेपियस सिरियाका औषधि का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि इसके प्रयोग से शरीर में पसीना की मात्रा बढ़ जाती है तथा पेशाब भी अधिक आने लगता है जिसके परिणामस्वरूप शरीर से दूषित द्रव्य बाहर निकल जाता है और रोग ठीक हो जाता है।
सम्बन्ध :-
ऐस्क्लेपियस विंसेंटाक्सिकम औषधि की तुलना ऐस्क्लेपियस सिरियाका औषधि से कर सकते हैं।
मात्रा :-
ऐस्क्लेपियस सिरियाका औषधि की मूलार्क का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।
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