असारम यूरोपियम (ASARUM EUROPEUM)
परिचय-
शरीर में अधिक कमजोरी होने के साथ ही नाड़ियों में अधिक उत्तेजना होने लगती है तथा स्नायु रोगों (नर्वस अफेकशन-नाड़ी से सम्बन्धित रोग) को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
रेशमी या सूती कपड़ों या कागज की फड़फड़ाहट तक सहन नहीं होती, पेशियों में दर्द, अधिक घबराहट हो रही हो, आंखों में कुछ परेशानी हो रही हो, शरीर के सभी भागों में कंपकंपी हो रही हो तथा रोगी को ऐसा महसूस हो रहा हो जैसे उसके अंगों को कोई दबा रहा हो, अधिक मानसिक परेशानी हो रही हो, सिकुड़न सी महसूस हो रही हो तथा हमेशा ठण्ड लग रही हो। इस प्रकार के लक्षणों में से यदि कोई भी लक्षण किसी रोगी को है तो उसके रोग को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
यदि कोई रोगी जब पड़ता है तो उस समय यदि उसे ऐसा महसूस हो रहा हो कि उसकी आंखें बाहर निकल पडे़गी और टुकड़े-टुकड़े हो जायेंगी, आंखों को ठण्डे पानी से धोने पर आराम मिलता है, लगातार अंगड़ाइयां होती हैं तथा कभी-कभी बेहोशी भी आ जाती है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
असारम यूरोपियम औषधि निम्नलिखित लक्षणों के रोगियों के रोग को ठीक करने में उपयोगी हैं-
मन से सम्बन्धित लक्षण :- किसी भी चीजों के बारे में ठीक प्रकार से सोच न पाना तथा इसके साथ ही यदि माथे पर खिंचावदार दबाव महसूस हो रहा हो तो इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
सिर से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी के सिर में दबाव के साथ सिकुड़न महसूस हो रही हो, सिर में तनाव अधिक हो तथा इसके साथ ही नजला हो गया हो और नाक पर दर्द हो रहा हो तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना फायदेमन्द होता है।
आंखों से सम्बन्धित लक्षण :- आंखों में अकड़न, जलन, तथा ठण्ड महसूस होती है, ठण्डी हवा या ठण्डे पानी से आराम मिलता है, सूर्य की किरणें तथा हवा से परेशानी हो रही हो, ऑपरेशन करने के बाद आंखों में भाला गड़ने जैसा दर्द हो रहा हो तथा आंखों के कई प्रकार के रोगों को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना उचित होता है।
कान से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी को ऐसा महसूस होता है कि जैसे कानों के अन्दर ढक्कन लगा दी गई हो, सर्दी-जुकाम होने के साथ बहरापन हो गया हो, कान पर गर्म महसूस हो रहा हो तथा माहौल अधिक शोरयुक्त लग रहा हो। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
आमाशय से सम्बन्धित लक्षण :- भूख कम लगना, पेट फूलना, डकारें आना तथा उल्टी आना, शराब पीने की इच्छा होना, धूम्रपान करते समय मुंह का स्वाद कड़वा हो जाना, जी मिचलाना तथा मुंह के अन्दर ठण्डी पनीली लार जमा होना आदि। इस प्रकार के लक्षणों में से कोई भी लक्षण यदि किसी रोगी को है तो उसके रोग को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना फायदेमन्द होता है।
मलद्वार से सम्बन्धित लक्षण :- आंतों से बदबूदार पीब की तरह का पदार्थ निकलता है, दस्त हो जाना तथा दस्त में ठोस पदार्थ कफ के समान बाहर निकलना तथा बिना पचा भोजन मल के साथ निकलना आदि लक्षणों को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
स्त्री रोग से सम्बन्धित लक्षण :- मासिकधर्म नियमित समय से पहले ही शुरु हो जाता है या फिर लम्बे समय तक मासिकधर्म का समय रहता है, कमर के निचले भाग में तेज दर्द होता है तथा चिपचिपा प्रदर रोग होने पर उपचार करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना लाभदायक होता है।
श्वास संस्थान से सम्बन्धित लक्षण :- सांस लेने में रोगी को परेशानी होती है तथा दम घुटने लगता है, सांस उखड़ा-उखड़ा सा रहता है आदि प्रकार के लक्षण होने पर रोगी का उपचार करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
पीठ से सम्बन्धित लक्षण :- गर्दन तथा गर्दन के पेशियों के जोड़ों पर दर्द होता है, अधिक कमजोरी महसूस होती है, चाल लड़खड़ाने लगता है। इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना फायदेमन्द होता है।
बुखार से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी को ठण्ड लगकर बुखार हो जाता है तथा शरीर के किसी भी एक भाग में बरफ जैसी ठण्ड महसूस होती है और शरीर से पसीना भी अधिक निकलता है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए असारम यूरोपियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
सम्बन्ध (रिलेशन) :-
नक्स-मस, नक्स-वोम, फ़ास, क्यूप्र तथा पल्स औषधियों के कुछ गुणों की तुलना असारम यूरोपियम औषधि से कर सकते हैं।
वृद्धि :-
ठण्ड और खुश्क या साफ मौसम में रोगों के लक्षणों में वृद्धि होती है।
शमन :-
मुंह या रोगग्रस्त भाग को ठण्डे पानी से धोने से, नम और भीगे मौसम में रहने से रोग के लक्षण नष्ट होने लगते हैं।
मात्रा :-
असारम यूरोपियम औषधि की तीन से तीसरी शक्ति का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।
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