एजाडिरेक्टा इण्डिका (Azadirachta Indica)

 एजाडिरेक्टा इण्डिका (Azadirachta Indica)

परिचय-

एजाडिरेक्टा इण्डिका औषधि का हिन्दी नाम नीम है। इस औषधि का उपयोग साधारण फोड़ा, घाव तथा दूषित घाव इत्यादि में ही प्रयोग किया जाता है। नीम की छाल को सुखाकर खूब महीन कूटकर पीस लें और जब किसी रोगी को बुखार हो तो उसे तीन चार घंटे के अन्तराल पर इस औषधि की खुराक देना चाहिए जिसके फलस्वरूप बुखार ठीक हो जाता है, इसके बाद कमजोरी को दूर करने के लिए दिन भर में दो से तीन बार नीम की छाल का काढ़ा बनाकर पिलाने से शरीर जल्दी ही स्वस्थ्य हो जाता है। एजाडिरेक्टा इण्डिका औषधि का प्रयोग बुखार तथा शरीर के विभिन्न भागों के जोड़ों में दर्द को ठीक करने के लिए किया जाता है। छाती की हडि्डयों, कमर, कंधों, पसलियों और हाथ-पैरों में दर्द तथा हाथ-पैरों की उंगलियों में जलन को दूर करने के लिए इस औषधि का उपयोग करना चाहिए।

मन उदास रहना, कुछ भी याद नहीं रहना, बाहर जाने या घूमने फिरने से डर लगना, चक्कर आना, सिर में दर्द होना, थोड़ी ही सर्दी से आंखों में लाली पड़ जाना तथा जलन होना, शरीर के ऊपरी भाग से अधिक पसीना निकलना, चेहरा फीका पडना, गले तथा मुंह के अन्दर अधिक लार आना, प्यास न लगना, मुंह चिपचिपा होना, पानी पीने के बाद भी प्यास नहीं बुझना, छाती में जलन होना, पेट फूलना, पेट में गड़बड़ी होना, कब्ज की शिकायत अधिक होना, सुबह के समय में देर से स्नान करने से खांसी होना, सांस लेने में खिंचाव महसूस होना, नाड़ी की गति तेज होना, हाथ-पैर सुन्न होना, हथेली व तलवे में जलन होना आदि इस प्रकार के लक्षणों में से कोई भी लक्षण यदि रोगी को हो गया हो तो उसके रोगों को ठीक करने के लिए एजाडिरेक्टा इण्डिका औषधि का उपयोग करना फायदेमंद होता है।

एजाडिरेक्टा इण्डिका औषधि निम्नलिखित लक्षणों के रोगियों के रोग को ठीक करने में उपयोगी हैं-

सिर से सम्बन्धित लक्षण :- यदि किसी रोगी को भूलने की आदत पड़ गई हो, चक्कर आ रहा हो, सिर में दर्द हो रहा हो, आंखों में जलन तथा दायें नेत्रगोलक में दर्द हो रहा हो तो इन लक्षणों को ठीक करने के लिए एजाडिरेक्टा इण्डिका औषधि का उपयोग करना चाहिए।

बुखार से सम्बन्धित लक्षण :- हाथों में ठण्ड लगना, दोपहर के बाद बुखार होना, चेहरे तथा हाथों और पैरों में आग की तरह जलन होना तथा शरीर के ऊपरी भाग से अधिक पसीना निकलना। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए एजाडिरेक्टा इण्डिका औषधि का उपयोग करना फायदेमंद होता है।

सम्बन्ध (रिलेशन) :-

सेड्रान, आर्सेनिक तथा नेट्रम म्यूरि औषधियों की तुलना एजाडिरेक्टा इण्डिका औषधि से की जाती है।

मात्रा :-

एजाडिरेक्टा इण्डिका औषधि की 6, 30, 200 शक्ति का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।


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