ऐन्हालोनियम (ANHALONIUM)

 ऐन्हालोनियम (ANHALONIUM)

परिचय-

ऐन्हालोनियम औषधि मस्कल पदार्थ से बनाई जाती है, मस्कल एक तेज नशीली स्प्रिट है जिसे पल्के फर्टे से खींचा जाता है। पल्के मैक्सिको के आगेव अमेरिकाना (अगेव अमेजीकाना ओर मेक्सिको) में तैयार किया जाता है जिसे वहां मेग्वे (मेग्वे) के नाम से जाना जाता है और मैक्सिको का राष्ट्रीय पेय पदार्थ है। भारतीय लोग इसे पेयोट कहकर पुकारते हैं। यह हृदय को कमजोर करती है तथा पागलपन की स्थिति पैदा कर देती है। कान की नाड़ियों पर इसका ठीक प्रभाव पड़ता है क्योंकि इसके सेवन से कान से सुनने की शक्ति ठीक हो जाती है। यह नशे की ऐसी अवस्था उत्पन्न करती है जिसमें विचित्र प्रकार की वस्तुएं आती है, अधिक मात्रा में सुन्दर और विभिन्न प्रकार के अदलते-बदलते रंग दिखाई देते हैं तथा शारीरिक शक्ति बढ़ी हुई प्रतीत होती है, रोगी को बड़े-बड़े राक्षस तथा अनेक प्रकार की भयंकर आकृतियां भी दिखाई देती हैं।

ऐन्हालोनियम औषधि हृदय को शक्ति प्रदान करती है, तथा श्वास प्रणाली को तेज करती है, पेट में गैस बनने के कारण पागलपन की स्थिति और नींद न आना, दिमागी थकान होना, पागलपन की स्थिति होना, आधे सिर में दर्द तथा भ्रम पैदा होना जिसमें रोगी को कई चीजें रंग-बिरंगी दिखाई देती हैं। इस प्रकार के लक्षणों में से कोई भी लक्षण यदि रोगी को है तो उसके रोग को ठीक करने के लिए इसका उपयोग करना चाहिए।

शरीर की पेशियों में अधिक कमजोरी आ जाना, जोड़ों में दर्द होना तथा शरीर के आधे भाग में दर्द होना। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए ऐन्हालेनियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।

विभिन्न लक्षणों में ऐन्हालोनियम औषधि का उपयोग-

मन से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी को समय का पता नहीं चलता है, शब्दों का ठीक प्रकार से उच्चारण नहीं कर पाता है, रोगी को अविश्वास अधिक होता है तथा वह आलसी हो जाता है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए ऐन्हालोनियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।

सिर से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी के सिर में दर्द होने के साथ ही आंखों की दृष्टि कमजोर हो जाती है। चलते-चलते रंग-बिरंगी चीजें दिखाई देने लगती हैं, बेकार बैठे रहने से तबीयत खराब हो जाती है, नेत्रपटल फैल जाती है तथा चक्कर आने लगता है तथा दिमाग थक जाता है, विभिन्न प्रकार की रंग-बिरंगी चीटियां दिखाई देती हैं तथा साधारण प्रकार की आवाजें भी कानों में जोर-जोर से गूंजती रहती हैं।

सम्बन्ध (रिलेशन) :- आगेव औषधि की तुलना ऐन्हालोनियम औषधि से कर सकते हैं। ऐन्हालोनियम औषधि का नशा कैनाबिस इण्डिका तथा औनैंथे औषधि के समान ही है।

मात्रा (डोज) :-

ऐन्हालोनियम औषधि की अर्क का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।


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