ओरम मेटालिकम Oram Metalicum
परिचय-
ओरम मेटालिकम औषधि रोगी के उन मानसिक रोगों के लक्षणों में बहुत अच्छा काम करता है जिनमें रोगी अपने जीवन से पूरी तरह से निराश हो जाता है उसे लगता है कि दुनिया में बेकार ही जी रहा है। रोगी को कोई न कोई रोग जैसे फोड़ें, हडि्डयों में दर्द, हडि्डयों में किसी तरह का जख्म हो जाना, हडि्डयों की टी.बी. आदि से घिरा रहता है और यही रोग उसके दिमाग में परेशानी पैदा कर देते हैं। स्त्रियों को ये मानसिक रोग तब पैदा होते हैं जब उनको गर्भाशय से सम्बंधी रोग घेर लेते हैं जैसे गर्भाशय का सख्त हो जाना, गर्भाशय का अपनी जगह से हट जाना आदि। इसके अलावा रोगी के दिल, छाती, दिमाग और गुर्दे में खून जमा होने के कारण भी रोगी के मानसिक लक्षण प्रकट हो जाते हैं। कभी-कभी तो मानसिक रोगी बहुत चिड़चिड़ा हो जाता है कोई अगर उसे कुछ भी बोलता है या समझाता है तो वो तुरन्त ही गुस्से में भर जाता है। उपदंश के कारण रोगी को हडि्डयों का कोई रोग हो जाने पर भी ओरम मेटालिकम बहुत अच्छा काम करती है जैसे नाक और मुंह के अन्दर तालु की हडि्डयों की टी.बी, स्तनों का बढ़ना, हड्डी का बढ़ना आदि में ओरम मेटालिकम औषधि अच्छा असर करती है। नाक के रोगों में हड्डी के गलने से पहले जो जुकाम या नकसीर पैदा होती है उनमें ये औषधि बहुत जल्दी असर करती है। इसके अलावा नाक के रोग के लक्षण जैसे नाक के नथुने का बंद हो जाना, नाक में किसी तरह का जख्म हो जाने के कारण नाक का बंद हो जाना, नाक में पपड़ी जमी रहना, नाक से बदबूदार स्राव का आना आदि लक्षणों में भी ओरम मेटालिकम औषधि लेने से लाभ मिलता है।
तुलना-
ओरम मेटालिकम औषधि की तुलना काली आयोडाइट , ऐसाफिटिडा और मक्र्यूरियस से की जा सकती है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें