लाइसीन (Lyssin)
परिचय-
लाइसीन औषधि पागल कुत्ते के लार से बनाई जाती है। इस औषधि का प्रभाव बहुत ही गंभीर, लम्बे समय तक, स्थायी और निश्चित रहता है। यदि कोई रोगी उबलते हुए पानी तथा बहते हुए पानी को देखता है तो उसकी परेशानियां बढ़ जाती हैं जैसे पानी को देखने से डर लगना, पागल कुत्ते के काटने से पागल हो जाना। ऐसे लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए लाइसीन औषधि उपयोग लाभदायक है।
यदि कोई रोगी सूरज की रोशनी को सहन नहीं कर पा रहा हो तो ऐसे रोगी का उपचार करने के लिए लाइसीन औषधि का उपयोग करना चाहिए।
ऐसे जानवर जो पागल नहीं है यदि वह किसी को काट लेता है तो उसके जहर को नष्ट करने के लिए लाइसीन औषधि का उपयोग करना चाहिए जिसके फलस्वरूप पागल जानवर के काटने का जहर नष्ट हो जाता है।
विभिन्न अंगों से संबंधित लक्षणों में लाइसिन औषधि का उपयोग-
सिर दर्द से सम्बन्धित लक्षण :- यदि किसी व्यक्ति को कुत्ते ने काट लिया है तो व्यक्ति पागल हो या न हो, उसमें इस प्रकार के लक्षण हैं- उमंग या परिश्रम करने से, बहते हुए पानी की आवाज या चमकीली रोशनी से सिर में दर्द होना, ऐसे लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए लाइसीन औषधि का उपयोग लाभदायक है।
ऐंठन से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी को पानी से तथा आईना की चकाचौंध या अक्स पड़ी हुई रोशनी से, पानी के समान किसी पतले पदार्थ के बारे में सोचने से, जरा भी छू जाने या हवा की झोंक से ऐंठन होना। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी को पानी या पतले पदार्थ से निगलने में परेशानी होती है, बार-बार निगलने की इच्छा रहती है और गले में दर्द होता रहता है, ऐसे लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए लाइसीन औषधि का उपयोग लाभकारी है।
सेक्स से सम्बन्धित लक्षण :- मन अधिक उत्तेजित हो तथा कोई भी दु:ख की खबर को सुनकर तकलीफे बढ़ जाती हो, घाव का रंग नीला पड़ गया हो, संभोग की अधिक इच्छा होने के कारण परेशानियां अधिक हो रही हो, संभोग की इच्छा को रोकने से शरीर में कई प्रकार के रोग उत्पन्न हो गए हों इस प्रकार के लक्षणों में से यदि कोई भी लक्षण किसी व्यक्ति को हो गया है तो उसके रोग को ठीक करने के लिए लाइसीन औषधि का प्रयोग करना चाहिए जिसके फलस्वरूप रोग ठीक हो जाता है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी का उपचार कोनायम औषधि से भी कर सकते हैं।
स्त्री रोग से सम्बन्धित लक्षण :- कई वर्षों से गर्भाशय की ऊपरी झिल्ली योनि से बाहर निकल आने की शिकायत हो तो उसे ठीक करने के लिए लाइसीन औषधि का प्रयोग लाभदायक है। यदि किसी स्त्री की योनि अधिक नाजुक हो गई हो तथा पुरुष के साथ संभोग क्रिया करने में अधिक परेशानी महसूस हो रही हो तो ऐसी स्त्री रोगी का उपचार करने के लिए लाइसीन औषधि का प्रयोग लाभदायक है, जिसके फलस्वरूप स्त्री की ये समस्या दूर हो जाती है और उसे पुरुष के साथ संभोग करने में परेशानी नहीं होती है।
प्रदर रोग से सम्बन्धित लक्षण :- प्रदर रोग की अवस्था बहुत अधिक गंभीर हो तथा स्राव टांगों तक लटक रहा हो तो इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित स्त्री का उपचार करने के लिए लाइसीन औषधि का प्रयोग लाभदायक है।
सम्बन्ध (रिलेशन) :-
कैन्थ, बेल, हायोस, लैके और स्ट्रैमो औषधियों के कुछ गुणों की तुलना लाइसीन औषधि से कर सकते हैं।
वृद्धि (ऐगग्रेवेशन) :-
पानी देखने या उसके शब्द से, चमकीली या चकाचौंध रोशनी से, गाड़ी की सवारी से, झुकने से, सूरज की गर्मी से, जरा भी छू जाने से, हवा तथा बिजली के पंखे की झोंक से, नम हवा और गर्मी से रोग के लक्षणों में वृद्धि होती है।
शमन (एमेलिओरेशन) :-
गर्दन का दर्द सिर के पीछे की ओर झुकाने से कम रहता है, सिर दर्द ठण्डी हवा से कम रहता है, गर्म भाप या गर्म पानी से रोग के लक्षण नष्ट होने लगते हैं।
मात्रा (डोज) :-
लाइसीन औषधि के मूलार्क का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।
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