कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका Coca Erythroxylon Coca

 कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका Coca Erythroxylon Coca

परिचय-

कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि उन लोगों के लिए लाभकारी होती है जिन लोगों को ज्यादा ऊंचाई पर जाने की आदत होती है जैसे पहाड़ पर चढ़ना। ज्यादा ऊंचाई पर चढ़ने में व्यक्ति को दिल का तेज धड़कना, सांस लेने में परेशानी होना, कमजोरी और नींद न आने जैसे लक्षण नज़र आने पर अगर ये औषधि दी जाए तो ये उस व्यक्ति के लिए बहुत लाभकारी साबित होती है। 

विभिन्न प्रकार के लक्षणों के आधार पर कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि का उपयोग-

मस्तिष्क से सम्बंधित लक्षण-

किसी व्यक्ति का हमेशा अकेले बैठे रहना, किसी अजीब सी उलझन में घिरे रहना, चिड़चिड़ा होना, किसी से ढंग से बात न करना आदि लक्षणों में अगर रोगी को कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि दी जाए तो ये उसके दिमाग पर बहुत अच्छा असर करती है।

सिर से सम्बंधित लक्षण-

सिर के पीछे के हिस्से में दर्द होना, सिर का घूमना, सिरदर्द के साथ चक्कर आना और आंखों के आगे बिजली सी चमक आना, कानों में अजीब-अजीब सी आवाजें सुनाई देना, आंखों से एक ही चीज का दो-दो दिखाई देना, जीभ पर बहुत ज्यादा मैल जम जाना, ज्यादा ऊंचाई पर जाने से सिर में दर्द होना आदि सिर के रोगों के लक्षणो में रोगी को कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि का सेवन कराने से आराम पड़ता है।

आमाशय से सम्बंधित लक्षण- 

मुंह में बहुत तेज जलन होना जैसे कि कोई मिर्ची खा ली हो, शराब और तंबाकू का नशा करने का मन करना, पेट का फूलना, हर समय सिर्फ मीठा खाने का मन करना बाकी सब चीजों से अरुचि हो जाना आदि आमाशय रोग के लक्षणों में रोगी को कोका-एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि देने से लाभ होता है।

हृदय (दिल) से सम्बंधित लक्षण- 

दिल का अचानक बहुत तेज धड़कना, दिल का कमजोर होना, सांस लेने में परेशानी होना आदि दिल के रोगों के लक्षणों में अगर रोगी को नियमित रूप से कोका-एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि दी जाए तो कुछ ही समय में उसके दिल के रोग के सारे लक्षण समाप्त होकर वह व्यक्ति बिल्कुल स्वस्थ हो जाएगा।

अनिद्रा-

किसी व्यक्ति को नींद आने पर भी आराम न मिल पाना, शरीर का पूरे दिन थका हुआ सा रहना आदि लक्षणों में कोका-एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि का सेवन करने से लाभ मिलता है।

दांतों से सम्बंधित लक्षण-

दांतों में किसी तरह की सड़न होने में, दर्द होने पर आदि लक्षणों में रोगी को कोका-एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि का सेवन कराने से लाभ होता है।

पुरुष-

किसी व्यक्ति को मधुमेह (डायबिटीज) होना और उसी के कारण नपुसंकता भी आ जाना आदि पुरुष रोगों के लक्षणों में कोका-एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि अच्छा असर करती है।

मूत्ररोग से सम्बंधित लक्षण-

बार-बार पेशाब करने की इच्छा करना, रात को सोते समय बिस्तर पर पेशाब निकल जाना आदि मूत्ररोगों के लक्षणों में रोगी को कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि का सेवन कुछ दिन तक नियमित रूप से कराने से लाभ होता है।

सांस से सम्बंधित लक्षण- 

रोगी व्यक्ति के गले से छोटे-छोटे टुकड़ों के रूप में बलगम का निकलना, आवाज का सही तरह से न निकलना, ज्यादा बोलने से गले में दर्द होना, सांस का फूलना, सांस लेने में परेशानी होना आदि सांस के रोगों के लक्षणों में रोगी को रोजाना कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका औषधि देने से कुछ ही समय में उसके ये सारे सांस रोग के लक्षण समाप्त हो जाएंगे।

वृद्धि-

सीढ़ियां चढ़ने से, पहाड़ पर चढ़ने आदि से रोग बढ़ जाता है।

शमन-

शराब पीने से, घुड़सवारी कराने से, खुली हवा में रोग कम हो जाता है।

तुलना-

आर्से, पौलिन, सिप्रिपीडियम, कमो आदि से कोका- एरिथ्रोक्सीलन कोका की तुलना की जा सकती है।

मात्रा-

मूलार्क या तीसरी शक्ति तक।


0 comments:

एक टिप्पणी भेजें