रोजा डैमैस्केना Rosa Damascena
परिचय-
रोजा डैमैस्केना औषधि का उपयोग परागज-ज्वर (हे-फीवर) के शुरुआती अवस्था में किया जाता है तथा जब कम्बुकर्णी (कान की अंदर की नलियां) नलियां रोग ग्रस्त हो जाती है। इसके प्रयोग से इस प्रकार के रोग जल्दी ही ठीक हो जाते हैं। विभिन्न लक्षणों में रोजा डैमैस्केना औषधि का उपयोग-
कान से सम्बन्धित लक्षण :- कान से कम सुनाई देता है और कान में दर्द होता है। कान में से पीब जैसा पदार्थ बहने लगता है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए रोजा डैमैस्केना औषधि का प्रयोग करना चाहिए।
सम्बन्ध (रिलेशन):-
* परागज ज्वर में फ्लीयम प्रैटेन्स टिमौथी ग्रास ज्वर युक्त दमा, नाक और आंखों में खुजली, छींके तथा श्वासकष्ट में 6 से 30 शक्ति का इस्तेमाल करना चाहिए।
* नैफ्था, यूफ्रेशि, सैबाडि, सीपि औषधियों के कुछ गुणों की तुलना रोजा डैमैस्केना औषधि से कर सकते हैं।
मात्रा (डोज) :-
रोजा डैमैस्केना औषधि की निम्न शक्ति का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।
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