हिप्पोजेनियम Hippozaenium

 हिप्पोजेनियम Hippozaenium

परिचय-

हिप्पोजेनियम औषधि का उपयोग कई प्रकार के रोग जैसे- गण्डमाला (गले की सूजन), पाइमिया, रोग ओजिना तथा इरिसिपेल के गम्भीर अवस्था को ठीक करने के लिए किया जाता है। रोगी के नाक लाल व सूजी हुई होती है, जुकाम हो गया हो तथा इसके साथ नाक पर घाव हो गया हो, जो पानी नाक से निकलता है उसमें तीखी जलन होती है तथा उसमें से बदबू आती है। इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए हिप्पोजेनियम औषधि का उपयोग करना चाहिए।

मुंह की ग्रन्थि सूजी रहती है तथा उनमें दर्द होता रहता है, मुंह में फोड़ा हो जाता है, बाजुओं में गांठें पड़ जाती हैं, बूढ़ा व्यक्ति यदि सांस लेता है तो मुंह से आवाज निकलती है, नाक में सूजन आ जाती है, कभी-कभी रोगी का दम भी घुटने लगता है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी तथा वृद्धों का ब्रोंकाइटिस रोग को ठीक करने के लिए हिप्पोजेनियम औषधि का उपयोग करना उचित होता है।

सम्बन्ध (रिलेशन) :-

सोरा, बैसीली तथा काली-बाइको औषधियों के कुछ गुणों की तुलना हिप्पोजेनियम औषधि से कर सकते हैं।

मात्रा :-

हिप्पोजेनियम औषधि की 3 से 30 शक्ति का प्रयोग करना चाहिए। 


0 comments:

एक टिप्पणी भेजें