फैबियाना इम्ब्रिकैटा FABIANA IMBRICATA

  फैबियाना इम्ब्रिकैटा FABIANA IMBRICATA

परिचय-

फैबियाना इम्ब्रिकैटा औषधि दक्षिण अमेरिका में पैदा होने वाली क्षुप नामक पौधे से बनाई जाती है। रोगी में उत्पन्न विभिन्न लक्षणों में यह औषधि अत्यन्त लाभकारी है। फैबियाना इम्ब्रिकैटा औषधि का प्रयोग अनेक प्रकार के रोगों को दूर करने में किया जाता है परन्तु यह औषधि मूत्र रोग में विशेष रूप से लाभकारी होती है। यह औषधि रोगी के शारीरिक शक्ति को बढ़ाती है तथा पित्त को नष्ट करती है। नाक से नजला निकलना, कामला (पीलिया) तथा मन्दाग्नि (डाइसपेशिया) आदि को ठीक करने के लिए फैगोपाइरम औषधि का प्रयोग किया जाता है। फैगोपाइरम औषधि के प्रयोग करने से शरीर में पित्त अधिक मात्रा में बनने से रोकता है।

मूत्र से संबन्धित लक्षण :- मूत्रनली की सूजन (काइस्टीटिज), सूजाक, पु:रस्थग्रन्थिशोथ (प्रोर्सस्टैटीटिज), मूत्रकृच्छ (पेशाब का कष्ट के साथ आना), मूत्राम्ल प्रवणता (यूरिक एसिड डैथेसीज) तथा पेशाब के साथ सफेद रंग का पदार्थ आने के साथ होने वाली पु:रस्थग्रन्थि की सपूय अवस्थाओं में रोगी को फैबियाना इम्ब्रिकैटा औषधि का प्रयोग करना चाहिए। यह औषधि मूत्र संबन्धित रोग में तेजी से क्रिया करके रोग को ठीक करती है।

मात्रा :-

फैबियाना इम्ब्रिकैटा औषधि का मूलार्क के 10 से 20 बून्द का प्रयोग किया जा सकता है।


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