केरिका पपाया Carica Papaya

 केरिका पपाया Carica Papaya

परिचय-

स्त्री का गर्भपात होना, भूख न लगना, आंखों की पलकों में जलन होना, जिगर में खराबी, तिल्ली का रोग, गर्भाशय के ऊपर की झिल्ली में किसी तरह का रोग होना आदि में केरिका पपाया औषधि बहुत लाभकारी असर करती है। विभिन्न लक्षणों में केरिका पपाया औषधि का उपयोग-

आंखों से सम्बंधित लक्षण : आंखों के अंदर के भाग का पीला हो जाने के रोग में रोगी को केरिका पपाया औषधि का सेवन कराने से लाभ होता है।

पाचनशक्ति से सम्बंधित लक्षण: जिगर और प्लीहा में खराबी होने के साथ बुखार का आना, पाचनशक्ति का कमजोर होना, बार-बार मलक्रिया के लिए जाना, जीभ पर सफेद सी परत का जमना, दूध का न पचना, आदि लक्षणों के आधार पर रोगी को केरिका पपाया औषधि देने से लाभ होता है।

स्त्री से सम्बंधित लक्षण : जिन स्त्रियों का मासिकधर्म सही समय पर नहीं आता जैसे किसी का समय से काफी पहले आ जाता है और किसी का समय बीत जाने पर भी नहीं आता आदि लक्षणों में केरिका पपाया औषधि स्त्री को नियमित रूप से सेवन कराने से उसकी मासिकधर्म की परेशानिया दूर हो जाती है, इसके अलावा ये गर्भाशय को सिकोड़ने में भी मदद करती है।

सावधानी :

केरिका पपाया औषधि का लेप बच्चेदानी के मुंह पर नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे स्त्री का गर्भपात हो जाता है।

मात्रा :

मूलार्क , 1x, 3x शक्तियों के विचूर्ण।

जानकारी :

केरिका पपाया औषधि उन व्यक्तियों की पाचन शक्ति को तेज करती है जिनको मांस और दूध का सेवन करने से परेशानी हो जाती है क्योंकि उनको ये चीजें पचती नहीं है।


0 comments:

एक टिप्पणी भेजें