परिचय-
श्वास लेने में कई प्रकार की परेशानियां (एम्फाइसेमा वीथ डाइसफोनिया) हो रही हो तथा इसके साथ ही खांसी हो गई हो और बलगम भी निकल रहा हो। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी जब खाना खाता है तथा लेटता है तो उस समय रोग के लक्षणों में अधिक वृद्धि होती है। ऐसे लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए एण्टिमोनियम आर्सेनिकोसम औषधि उपयोग लाभदायक है।
यदि किसी रोगी को नजला जुकाम हो गया है और इसके साथ ही रोगी को न्यूमोनिया रोग हो गया हो तथा इन लक्षणों के साथ में इन्फ्लुएंजा (इंफ्लुएंजा) रोग भी हो गया हो, हृदय में दर्द हो रहा हो, हृदय अधिक कमजोर हो गया हो और फेफड़े में पानी भर गया हो, इन लक्षणों के साथ ही बहुत अधिक कमजोरी महसूस होती हो तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए एण्टिमोनियम आर्सेनिकोसम औषधि का प्रयोग लाभदायक होता है।
आंखों में जलन होना तथा इसके साथ ही चेहरे पर दर्द होने लगे तो एण्टिमोनियम आर्सेनिकोसम औषधि का प्रयोग करना चाहिए।
मात्रा (डोज) :-
एण्टिमोनियम आर्सेनिकोसम औषधि की तीसरी शक्ति की विचूर्ण का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।
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