ल्यूकस आस्पेरा (Leucas Aspera)
परिचय-
ल्यूकस आस्पेरा औषधि का प्रयोग कई प्रकार के रोगों को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है, ये रोग इस प्रकार हैं- दमा के साथ खांसी होना, पेचिश, कामला (पीलिया), सविराम ज्वर, यकृत एवं प्लीहा का बढ़ना, शरीर में जहर फैलना, पशुओं द्वारा काट दिये जाने के कारण उत्पन्न रोग तथा चर्म रोग। यदि किसी व्यक्ति को सांप ने काट लिया है तो उसके सांप के डंक वाले भाग पर इस औषधि का मूलार्क लगाना चाहिए और इसे दवा के रूप में पिलाया भी जाना चाहिए। रोगी को इस औषधि की मात्रा 10-10, 15-15, 20-20 मिनट बाद तब तक देते रहना चाहिए जब तक रोगी की हालत में कुछ सुधार नहीं हो जाता।
बिच्छू द्वारा डंक मार दिए जाने पर भी इस औषधि के मूलार्क का उपयोग करना चाहिए तथा इसकी मात्रा 10-10, 15-15, 20-20 मिनट बाद तब तक देते रहना चाहिए जब तक रोगी की हालत में कुछ सुधार नहीं हो जाए। इसका सफलतापूर्वक उपयोग करने से तुरन्त ही जलन व दर्द गायब हो जाता है।
मात्रा (डोज) :-
ल्यूकस आस्पेरा औषधि की 2x, 3x शक्तियों का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।
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