सिनामोनम Cinnamonum

 सिनामोनम Cinnamonum

परिचय-

शरीर में कैंसर का जख्म होने के कारण शरीर के अलग-अलग स्थानों से बहते हुए खून, बदबू और दर्द को समाप्त करने में सिनामोनम औषधि बहुत असरदार साबित होती है। इसके अलावा स्त्री के रोगों में भी ये औषधि बहुत असरदार साबित होती है जैसे नाक से खून आना, आंतों से खून बहना, फेफड़ों से खून आना, घूमते समय पैरों के ऊपर नीचे रखने से लाल रंग का खून ज्यादा मात्रा में निकलना, बच्चे को जन्म देने के बाद ज्यादा खून आना, मासिकस्राव समय से पहले, ज्यादा मात्रा में आना, हाथों की उंगलियां सूजी हुई लगना, बच्चे के जन्म के समय जरायु से खून, आदि इसी तरह के बहुत से प्रकार के बहते हुए खून को रोकने के लिए इस औषधि का प्रयोग बहुत लाभकारी होता है। सिनामोनम औषधि पेट में गैस बनना या दस्त आना, शरीर में कमजोरी आना, शरीर में रक्तप्रवाह का सही तरह से न होना आदि में भी लाभकारी होती है। तुलना-

सिनामोनम औषधि की तुलना इपिकाक, एको, बेल, कार्बो-वे, चायना, फेरम, हैमा, इपी, लैके, मर्क-का, नाइ-ए फास, सेबी, सिकेल, सीपि, सल्फ, ट्रिलि, अस्टिलैगो साइली और ट्रिलियम से की जाती है।

मात्रा-

मूलार्क या 6 शक्ति।

वृद्धि-

बच्चे के जन्म के बाद ज्यादा वजन उठाने से, चलते समय उल्टे सीधे पांव पड़ने से रोग बढ़ता है।

शमन-

आराम करने से रोग कम होता है।

प्रतिविष-

ऐकोनाइट।

जानकारी-

* कैंसर का रोग होने पर रोगी को रोजाना दालचीनी का काढ़ा लगभग 600 ग्राम तक पिलाना चाहिए।

* हिचकी का रोग होने पर सिनामोनम औषधि की 3 बूंदों को थोड़ी सी चीनी के साथ मिलाकर रोगी को देने से हिचकी बंद हो जाती है।


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